Population of Nations and its future impact | राष्ट्रों की जनसंख्या में वृद्धि और कमी के प्रभाव
World Population – भविष्य में होने वाली घटनाए या बदलाव के बारे में कोई नही बता सकता ! कल क्या होगा, इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता है ! लेकिन दुनिया में कुछ संस्था, कुछ कंपनियां या कुछ संगठन होते हैं जो आने वाले कल के बारे में जानने की कोशिश करते रहते हैं ! आने वाले भविष्य सही दिशा में आगे बड़े, इसके लिए वर्तमान की व्यवस्थाओ के दुरुस्त करना चाहते है ! ऐसा ही एक संगठन है जो हर साल अपने Medical Journal में हो रहे नए नए अध्ययन के बारे में बताता है !
इस बार The Lancet की Medical Journal में हमारा भारत, जापान, इटली, नाइजीरिया, ब्राज़ील, चाइना और ईरान जैसे देशों को लेकर अध्यन हुआ है ! अध्यन में इन देशों का भविष्य में होने वाली खतरे और उनके कारण के बारे में बताया गया है ! इस सदी के अंत तक इन देशों में खतरों और बदलाव के बारे में बताया गया है !
World Population – Iran (ईरान)
- The Lancet की मेडिकल जर्नल के मुताबिक साल 2100 तक ईरान की आबादी में काफी कमी देखने को मिलेगी ! साल 1979 में ईरान में जब इस्लामिक क्रांति हुई थी उसके बाद से ईरान में जनसंख्या काफी बढ़ने लगी थी ! इस कारण ईरान ने बहुत जल्द ही ईरान में जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए कई नए-नए नियम और कानून बनाए थे ! लेकिन अब ईरान का जो स्वास्थ्य मंत्रालय है उन्होंने इरान सरकार को चेतावनी दी है कि ईरान में जनसंख्या की वृद्धि दर 1% से भी कम हो गया है ! अगर सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया तो अगले 30 साल में ईरान दुनिया का सबसे बुजुर्गो वाले देशों की श्रेणी में आ जाएगा !
ईरान में जनसंख्या वृद्धि दर इतना कम क्यों हो गया है?
आज के दौर में ईरान के लोग शादी बहुत कम कर रहे हैं ! जो लोग शादीशुदा हैं उनमें भी बच्चों के जन्म में कमी होती जा रही है ! ईरान के हालात कुछ ऐसे हैं कि लोग बच्चा पैदा करना चाहते तो है लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्हें खिलाएंगे क्या, उनकी परवरिश कैसे करेंगे, इन कारणों से लोगों ने बच्चे पैदा करना बहुत कम कर दिया है !
अगर आगे भी ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में ईरान एक बुजुर्गों से भरा देश बन जाएगा ! ऐसी स्थिति का पनपना किसी भी देश के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है !
World Population – Japan (जापान)
- The Lancet में छपे रिपोर्ट के अनुसार इस सदी के अंत तक जापान की जनसंख्या भी आधी हो जाएगी ! सन 2017 में जब जापान की जनगणना हुई थी तब जापान की जनसंख्या 12 करोड़ 80 लाख थी ! लेकिन वर्ष 2100 तक यह घटकर 5 करोड़ 30 लाख तक होने का अनुमान लगाया जा रहा है ! जापान की आबादी आधी से भी कम हो जाएगी ! जनसंख्या के हिसाब से जापान आज भी दुनिया का सबसे ज्यादा बुजुर्गों वाला देश है ! इसके अलावो दुनिया में सौ साल से ज्यादा उम्र के लोगों की दर भी सबसे ज्यादा जापान में ही है ! इस कारण जापान में काम करने की क्षमता रखने वालों की संख्या में लगातार कमी होती जा रही है ! अब काम करने वाले कम और खाने वाले ज्यादा हो जाएंगे तो उनकी क्या हालत होगी इसका अनुमान हम सभी को है ! इस कारण भविष्य में जापान के हालत और खराब होने का अनुमान है ! जापानी सरकार के अनुमान मुताबिक साल 2040 तक जापान में बुजुर्गों की आबादी 35% से ज्यादा हो जाएगी ! जापान में प्रजनन दर केवल 4% है ! इसका साफ मतलब है कि जापान में काम करने योग्य लोगों की संख्या लगातार घटती जा रही है ! किसी भी देश में उसकी आबादी का संतुलन बनाए रखने के लिए उस देश का प्रजनन दर कम से कम 2.1% होना जरूरी है ! इसीलिए जापान की आबादी इतनी कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है !
World Population – Brazil (ब्राजील)
- ब्राजील में पिछले 40 सालों में प्रजनन दर में काफी कमी देखी गई है ! वर्ष 1960 में ब्राजील में प्रजनन दर 3% था ! अब यह घटकर घटकर सिर्फ 1.7% हो गया है ! The Lancet के Medical Journal के अनुसार ब्राजील की आबादी साल 2017 में 21 करोड़ थी ! जो इस सदी के अंत तक यह घटकर 16 करोड के गरीब हो जाएगी ! इसका कारण यह है कि साल 2012 में ब्राजील में एक अध्ययन हुआ था जिसके अनुसार ज्यादातर टीवी धारावाहिकों में छोटे परिवार को भी दिखाया गया ! इसका असर लोगों पर पड़ा और जन्म दर में कमी आती चली गई ! ब्राज़ील सरकार को भी इसे लेकर कुछ कदम उठाने पड़ेंगे वरना भविष्य में आबादी का संतुलन भी बिगड़ जाएगा !
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World Population – Italy (इटली)
- इटली के बारे में भी अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2100 तक इसकी आबादी भी आधी हो जाएगी ! साल 2017 में इटली की आबादी छह करोड़ दस लाख थी ! The Lancet के रिपोर्ट के अनुसार इस सदी के अंत तक यह घटकर दो करोड़ अस्सी लाख रह जाएगी ! जापान की तरह इटली में भी बुजुर्गों की संख्या बहुत ज्यादा है ! साल 2019 के विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इटली में 23% जनसंख्या 65 साल से अधिक उम्र की है ! इसी कारण Covid की पहली लहर में इटली में इतनी सारी मौतें हुई थी ! प्रजनन दर को बढ़ाने के उद्देश्य से लिए इटली सरकार ने अपने देश में वर्ष 2015 को एक योजना की शुरुआत की थी ! इसके तहत हर couple को एक बच्चा होने पर सरकार की तरफ से 725 Pounds यानी करीब ₹69000 दिए जाएंगे ! बावजूद इसके, इटली का प्रजनन दर पूरा यूरोप खंड में सबसे कम है ! इटली में दूसरी समस्या NRI लोगों की भी है ! सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 में एक लाख सत्तावन हजार लोग इटली छोड़कर किसी और देश में चले गए थे ! इस कारण इटली की सरकार ने इटली के कई शहरों में स्थानीय आबादी को बढ़ाने और उनकी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए अपनी अपनी योजनाएं शुरू की है ! जैसे उनके लोगों को सिर्फ एक Euro में सरकार की तरफ से घर दिया गया ! रहने के लिए अलग से पैसे भी दिए जाते हैं अगर वह वहां पर कोई कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो !
World Population – China (चाइना)
- चाइना ने साल 1979 में अपने यहां One Child Policy योजना शुरू की थी ! अपने यहां बढ़ती आबादी और अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को देखते हुए One Child Policy की योजना शुरू की थी ! लेकिन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश आज जन्मदर में हो रही इतनी ज्यादा कमी से जूझ रहा है ! The Lancet की रिपोर्ट के अनुसार अगले 4 साल में चाइना की आबादी 1 अरब 40 करोड़ हो जाएगी ! लेकिन इस सदी के अंत तक उनके आबादी घटकर करीब 73 करोड़ हो जाएगी ! सरकारी आंकड़ों की बात करे तो पिछले 70 सालों में, साल 2019 में को चाइना में जन्मदर सबसे निचले स्तर पर आ गया है ! इस कारण कुछ लोगों का अनुमान है कि चाइना एक Demographic Time Bomb बन गया है ! इसका आसान शब्दों में मतलब है कि काम करने वालों की संख्या दिन-ब-दिन कम होती जा रही है ! इसके अलावा, उन पर अपने बड़े और रिटायर हो रहे हैं परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है ! चाइना आज दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक है ! इसीलिए चाइना का असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा ! बुजुर्गों की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए चीनी सरकार ने साल 2015 में एक बच्चे की नीति बंद कर दी ! इसके पश्चात couple को दो बच्चे पैदा करने की इजाजत दे दी ! इससे जन्मदर में थोड़ा इजाफा तो हुआ है ! लेकिन लंबे समय में यह योजना बढ़ती बुजुर्ग आबादी को रोकने में पूरी तरह असफल रही ! इस कारण आबादी को लेकर चाइना का भविष्य खतरे में है !
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World Population – Nigeria (नाइजीरिया)
- The Lancet की रिपोर्ट के अनुसार साल वर्ष 2100 तक सहारा रेगिस्तान के दक्षिण में बसे अफ्रीकी देशों की जनसंख्या 3 गुना बढ़कर करीब 3 अरब हो जाएगी ! इस रिपोर्ट के अनुसार इस सदी के आखिर तक नाइजीरिया की आबादी करीब 80 करोड हो जाएगी ! जनसंख्या वृद्धि के मामले में यह देश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश हो जाएगा ! नाइजीरिया में काम करने योग्य युवाओं की एक बड़ी संख्या हो जाएगी ! इस कारण उनकी GDP में काफी वृद्धि होगी ! लेकिन समस्या यह है जनसंख्या वृद्धि के कारण इसका बोझ देश के आधारभूत ढांचे और सामाजिक ताने-बाने पर भी पड़ रहा है ! नाइजीरिया के अधिकारी अब इस बारे में खुलकर बोलने लग गये हैं कि आबादी को कम करने के लिए उचित कदम उठाने की जरूरत है ! नाइजीरिया की जन्मदर के बारे में विचार विमर्श की जरूरत है जो दुनिया में सबसे अधिक दरों में से एक है ! इन अधिकारियों का कहना है कि हमारे यहां ऐसा कई परिवार है जो अपने बच्चों को खाना भी नहीं खिला सकते ! अच्छी स्वास्थ्य सेवा और बेहतर शिक्षा देना तो दूर की बात है ! इसलिए पहले आबादी का संतुलन बिगड़े, उस पर नियंत्रण करना पड़ेगा !
India (भारत)
- एक अनुमान के मुताबिक हमारा देश भारत वर्ष इस सदी के आखिर तक विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा ! वैसे आबादी में अगले 10 साल में ही चाइना पीछे रह जाएगा ! हालांकि The Lacent के शोधकर्ताओं का कहना है कि भारत की आबादी में कमी आएगी और इस सदी के आखिर तक भारत की आबादी 1 अरब 10 करोड़ हो जाएगी ! आज भारत की जनसंख्या लगभग एक सौ पैंतीस करोड़ के आसपास है ! साल 1960 में भारत में जन्म दर 5.91% था जो अभी घटकर 2.24 हो गया है ! अब दूसरे देश अपने प्रजनन दर बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं ! वही भारत सरकार यहां के लोगों से छोटे परिवार रखने की अपील कर रही है ! पिछले साल यह कहा गया था कि जनसंख्या विस्फोट भविष्य में हमारे लिए कई तरह की समस्या पैदा करेगा ! लेकिन हमारे देश में एक ऐसा वर्ग भी है जो बच्चों को इस दुनिया में लाने से पहले यह नहीं सोचता कि क्या वह बच्चे के साथ न्याय कर रहे हैं या नहीं ! उसे जो चाहिए क्या वह सब कुछ उसे दे सकते हैं या नहीं ! समय की मांग यही है इसके लिए समाज में रह रहे लोग जागरूक बने !