AEPS (Revolutionary Change in Banking World–बैंकिंग कि दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन)
What is AEPS?
परिवर्तन ही संसार का नियम हैं और आज के युग में विज्ञान और तकनीक की मदद से नये-नये
परिवर्तन देखा जा रहा हैं। इस परिवर्तन ने मानव सभ्यता की विकास भरी राहों को नये-नये शिखर
पर पहुंचा रहा हैं। वर्तमान में लगभग सभी तरह के कार्य विज्ञान और तकनीक के द्वारा पूरा किया
जा रहा हैं। बैंकिंग क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं हैं। सन २०१४ से बैंकों ने इंटरनेट तकनीक को पूर्ण
रूप से अपनाया और इसके फलस्वरूप कार्यप्रणाली में जबरदस्त बदलाव देखा गया। बैंकों के
ग्राहकों/खाताधारकों को अपनी लेनदेन से जुड़ी सेवाए अब पहले से ज्यादा बेहतर तरीके से
मिलने लगा हैं। ग्राहकों के बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए भारत सरकार और बैंकों ने कोई
सारे लोकप्रिय कदम उठाए हैं।
Jan Sewa Kendra (जन सेवा केंद्र) AEPS
जन-जन तक बैंकिंग सेवा को पहुचाने के लिए पुरे देश में ग्राहक सेवा केंद्र और जन सेवा केंद्र की
स्थापना की गई। अब ग्राहक बैंक में लंबी कतार वाली भीड़भाड़ में खड़े होने की बजाय
ग्राहक सेवा केंद्र और जन सेवा केंद्र पर जाकर अपने लेनदेन करना ज्यादा पसंद करने लगे हैं।
ऐसा करने से लोगों की कीमती समय की बचत होती हैं और फिर अपना अन्य कार्य को भी
समय पर ही निपटा लेते हैं।
AEPS Full Form
Aadhaar Enabled Payment System:-वर्तमान में जो भी खाताधारक अपने बैंक खाते को आधार कार्ड से जोड़कर सक्रिय करा रखा हैं
उनको सबसे ज्यदा सहूलियत प्राप्त हैं। ऐसे बैंक खातों पर निकासी के लिए न तो ATM की
जरूरत पड़ती हैं और न ही Cheque की। हम सभी जानते है की जिनको भी आधार कार्ड
प्राप्त हुआ हैं उनका दस उँगलियों का निशान और आँखों की रेटिना के निशान
UIDAI Database Server पर सुरक्षित रूप से संग्रहित हैं। कोई भी खाताधारक जिनका
खाता अपने आधार कार्ड से सक्रिय रूप में जुड़ा हुआ हैं, वे किसी ग्राहक सेवा केंद्र या
जन सेवा केंद्र जाकर निकासी की लेनदेन कर सकता हैं।
AEPS Transaction
ऐसे ग्राहकों की पहचान उनकी आधार कार्ड पर दर्ज उँगलियों के निशान या
आँखों की रेटिना के निशान से पुष्टि हो जाता हैं और सफलता पूर्वक निकासी
हो जाता हैं। आधार कार्ड से लेनदेन की गई इसी प्रणाली को ही
Aadhaar Enabled Payment System यानी AEPS Transaction
कहते हैं। यह एक सुरक्षित प्रणाली हैं, जालसाजी होने की कोई सम्भावना नहीं हैं,
क्योंकि सभी इंसानों के उँगलियों के निशान और आँखों की रेटिना के निशान
अलग-अलग होते हैं और किसी के साथ मेल नही खाता हैं।
Morpho RD Service For AEPS Transaction
AEPS transaction के लिए आरडी सर्विस की जरूरत होती है Rd Service
इंस्टॉल करने के लिए यहाँ क्लिक करें
अगर आपके खाते भारतीय स्टेट बैंक में हैं और उसमे आपका आधार सक्रिय रूप से
जुड़ा हुआ नही हैं तो आप अपने बैंक शाखा पर जाकर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
इस लिए आप अपने आधार कार्ड और पासबुक को बैंक शाखा पर ले जाए और अपने
खाते की KYC प्रक्रिया को पूरा करें। बैंक खाते को अपने आधार कार्ड के मुताबिक
KYC Updation, Demography Updation और आधार संख्या को अकाउंट
के साथ जोड़कर सक्रिय करें। तत्पश्चात आप किसी भी ग्राहक सेवा केंद्र या
जन सेवा केंद्र पर AEPS लेनदेन सफलता पूर्वक कर पाएंगे।
आधार कार्ड के द्वारा लेनदेन की कुछ जरूरी बातों को जानना
और सुरक्षा के लिहाज से समझना जरूरी हैं-
- AEPS लेनदेन पूरा होने पर ग्राहक सेवा केंद्र या जन सेवा केंद्र से लेनदेन की पर्ची लेना न भूले।
- ग्राहक सेवा केंद्र या जन सेवा केंद्र पर AEPS लेनदेन करने के लिए अपना आधार कार्ड और पासबुक जरुर ले जाए। इससे कीओस्क ऑपरेटर को वास्तविक खाताधारकों को पहचान करने में आसानी होगी और लेनदेन की प्रक्रियां सही दिशा में हो पायेगा।
- उँगलियों के निशान लेने के लिए फिंगर प्रिंट उपकरण होता हैं और आँखों की रेटिना के निशान लेने के लिए Iris नामक उपकरण का इस्तेमाल होता हैं। आपको इस कारण सतर्क रहना हैं कोई अनजान व्यक्ति अगर ऐसा उपकरण लेकर आपके पास आता हैं तो अपने उँगलियों के निशान या आँखों की रेटिना के निशान साझां न करे। इससे आपके बैंक खाते से रूपये-पैसे की गबन हो सकता हैं। इस मामले को लेकर हमेशा सावधानी वरतें।
फंड ट्रांसफर
बैंक खातों पर पहले से इस्तेमाल हो रहे लेनदेन प्रणाली की तुलना में, वर्तमान की AEPS लेनदेन प्रणाली एक पारदर्शक व्यवस्था के रूप में उभरकर आया हैं। इससे ग्राहकों को काफी सहूलियत प्राप्त हुआ हैं। AEPS लेनदेन प्रणाली पर निकासी के साथ-साथ जमा, फंड ट्रांसफर (एक आधार अकाउंट से दुसरे आधार अकाउंट पर), खाते की शेष राशि की जानकारी और लघु विवरण की सुविधा भी उपलब्ध हैं।
Advanced science and technology development is now changing the world scenario very fast. These changes have taken the path of development of human civilization to a new peak. Currently, almost all types of work are being carried out through science and technology achievement. The same is also observed in banking sector too. Since 2014, banks have fully adopted Internet technology and as a result, tremendous changes have been seen in its functioning. The customers/account holders of banks have started getting their transaction-related services better than ever before. Governments of India and banks have taken all the popular steps to provide better service to the customers.
(Customer Service Point) Jan Sewa Kendra
To provide banking services to the people, Customer Service Point (CSP) and Common Service Centers were establish across the nation. To get rid of the problems of standing in long queue or congestion in banks, customers have started preferring to perform their transactions by visiting Customer Service Point (CSP) and Common Service Centre. By doing this, people save precious time and then finish their other work on time.
Aadhaar Enabled Payment System
At present, all the account holders who have activated their bank accounts by linking it with Aadhaar Card are availing extra comfortable facility. Withdrawals on such bank accounts require neither ATM nor Cheque. We all know that the fingerprints and retina marks of eyes are stored safely in the UIDAI Database Server. Any account holders whose account is actively linked to their Aadhaar Card can perform withdrawal transactions at any Customer Service Point (CSP) and Common Service Centre. The identity of such customers is confirmed by the fingerprints of their Aadhaar Card or retinal mark of the eyes. This system of transactions with Aadhaar card is called Aadhaar Enabled Payment System i.e. AEPS Transaction. The system is safe and there is no possibility of forgery because all human fingerprints and eye retinal marks of eye are different and do not match with anyone.
Common Service Centre
If you have accounts with State Bank of India and your Aadhaar is not actively link, then you can take advantage of this facility by visiting your bank branch. For this, Aadhaar card and passbook needs to be produced at bank branch and complete the KYC process of your account. Complete the process of KYC Updation, Demography Updation according to Aaadhar Card Details and get Aadhaar number linked with account number and made active. Thereafter, AEPS transaction at any Customer Service Point (CSP) and Common Service Centre can be performed.
It is necessary to know some important information of Aadhaar based AEPS transactions and understand it for the security of account:
1. On completion of the AEPS transaction, take the transaction slip from the Customer Service Point (CSP) and Common Service Centre.
2. Must carry your Aadhaar card & passbook and produce at Customer Service Point (CSP) and Common Service Centre to perform AEPS transactions. This will make it easier for the Kiosk Operator to identify the actual account holders and the transaction process will be performed in the right direction.
3. Fingerprint devices are used to take fingerprints and a device named Iris is used to capture the retinal mark of the eyes. There is always a need to remain cautious in the sense that, if any unknown person approaches you with such a device, then do not share your fingerprints or the retinal mark of the eyes. This can cause embezzlement of funds from your bank account. Always be careful about this matter.
As compared to the transaction systems already in use on bank accounts, the current AEPS transaction system has emerged as a transparent system. Customers have gained a lot of conveniences. Apart from Cash Withdrawal Transaction through Aadhaar Based AEPS Transaction, Cash Deposits, Fund Transfers (Transfer of fund from one Aadhaar seeded account to another Aadhaar seeded account), account balance Enquiry and Mini statement of Account are also available in AEPS transaction system.
Have a Happy AEPS Transaction.