Black Fungus Infection – A Post Covid Scenario
(करोना काल में काला खतरा)
Black Fungus Covid – करोना की दूसरी लहर पुरे भारत देश में उफान पर है ! इसके साथ साथ अब और एक भयावह दृश्य कुछ राज्य में देखने को मिल रहा है ! काला जहर (Black Fungus) के रूप में फैल रहा यह बिमारी काफी चिंताजनक है ! करोना से ठीक हुए लोगो पर अब यह Black Fungus का हमला हो रहा है ! प्राप्त सूत्र की ख़बरों की माने तो महाराष्ट्र में अब तक करीबन दस लोग Black Fungus के शिकार हो चुके है ! इन दस लोगों को अपनी आँखे तक निकलवाना पड़ा है ! हाल फिलहाल में महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री ने इस बिमारी को लेकर आपात बैठक भी बुलाई है !
हालत इतना खतरनाक रूप ले चूका है की गुजरात में Black Fungus के सौ से ज्यादा लोगों को बेहाल कर दिया है !
क्या है यह Black Fungus और कितना खतरनाक है?
करोना वायरस के इस महामारी में Black Fungus एक नई मुसीबत बनकर सामने आया है ! यह करोना मरीजों के लिए घातक साबित हो रही है ! पिछले एक हफ्ते से Black Fungus के मामलों में तेजी आई है !
Black Fungus को Medical Term में Mucormycosis कहते है ! यह फफूंद (Mold) के कारण होता है ! यह मिटटी, पौधों, खाद, सड़े हुए फल, सब्जियां आदि में पनपता है ! इसके अलावा यह नमी (moist) वाली जगह में भी पैदा होता है !
डॉक्टर्स के कथन के मुताबिक Black Fungus का रिश्ता मधुमेह (Diabetes) से जुड़ा हुआ है ! जब मधुमेह अनियंत्रित हो जाता है तो Black Fungus का आक्रमण होता है !
करोना के इस दूसरी लहरा में जो लोग करोना से ठीक हो रहा है उसमे Black Fungus पाया जा रहा है ! ICMR ने ब्लैक फंगस की लक्षण पहचानकर तुरंत इलाज की सलाह दी है ! लेकीन दिक्कत यह है ज्यादातर लोगों को इसकी शुरूआती लक्षण को जानकारी नही हो पाती है !
Black Fungus के लक्षण क्या-क्या होते है?
विशेषज्ञ के अनुसार –
- Black Fungus से नाक बंद हो जाती है ! नाक और आखों में दर्द होना शुरू हो जाता है ! इसके अलावा जबड़े में लगातार दर्द रहता है ! लगातार बुखार, सिरदर्द और खांसी रहती है !
- सांस फूलती है और खून की उल्टियाँ भी हो सकती है !
- Loose Motion होना !
Black Fungus Covid – करोना महांमारी में ब्लैक फंगस का खतरा बड़ा
खासकर करोना से ठीक हुए मरीजों को सावधानी बरतने की तत्काल जरूरत है ! अगर करोना के पहले ही व्यक्ति किसी दूसरी बीमारी से ग्रासित है तो उनमे ब्लैक फंगस का खतरा बना रहता है ! मधुमेह (Diabetes) से ग्रसित वाले व्यक्तियों पर इनका ज्यादा बुरा असर हो सकता है ! जिनका रोग प्रतिरोधक शक्ति (Immunity Power) कमजोर है उन्हें भी ब्लैक फंगस की चपेट में आने का खतरा बना रहता है !
ब्लैक फंगस की वजह से करोना से ठीक हुए कुछ मरीजों की मौत की ख़बरें भी सामने आई है ! ICMR के अनुसार ब्लैक फंगस की वजह से दिमाग, फेफरें, त्वचा आदि पर काफी बुरा असर पड़ता है ! यहाँ तक की इससे आँखों की रौशनी भी चली जाती है ! समय पर इलाज न होने से मरीज की मृत्यु भी हो सकती है !
आखिर क्यों होता है ब्लैक फंगस?
ICMR के अनुसार कोरोना से ठीक हुए मरीजों को कुछ ख़ास निर्देशों का पालन करना अत्यंत जरुरी है ! (Diabetes) से ग्रसित लोगों को अपने शरीर में Sugar की मात्र नियमित रूप से लगातार जांच करते रहने की जरुरत है ! कोरोना के इलाज के दौरान Steroid के इस्तेमाल होने से रोग प्रतिरोधक शक्ति (Immunity Power) कमजोर हो जाती है ! इससे ब्लैक फंगस की संभावना बढ़ जाती है ! इसके अलावा यह जरुरी नही की करोना होने पर ही ब्लैक फंगस का खतरा हो ! यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपने गिरफ्त में ले सकता है !
कैसे बचे ब्लैक फंगस से?
ICMR के सलाहनुसार ब्लैक फंगस के लक्षण को नजरअंदाज न किया जाए ! करोना से उभरने के बाद अगर नाक बंद हो जाती है तो इसकी जांच जरुर करवाए ! अपने आप इलाज करने से परहेज करें ! करोना से ठीक होने के पश्चात साफ सफाई का ख्याल रखें ! जहाँ धुल और गंदगी है वहां मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें ! Gardening और मिटटी में काम करने के दौरान अपना हाथ और पैर जरुर ढकें ! इन सबसे अहम अपना खानपान को दुरुस्त रखें ! नमी वातावरण को धयान में रखते हुए अपने आस पास के इलाकों को साफ सुथरा रखें !
करोना के दूसरी लहर में ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा बढ़ गया है ! इसका मुख्य कारण यह है की करोना से लोग ठीक तो हो गए लेकिन पुरानी बिमारी से ग्रसित होने की वजह से और करोना के इलाज में जिन दवाइयों का इस्तेमाल हुआ उससे रोग प्रतिरोधक शक्ति (Immunity Power) कमजोर हो गई और ब्लैक फंगस की हमले की खतरा बढ़ गया !
हमे हर पल सतर्क और जागरूक रहने की जरुरत है तभी हम इस विपत्ति से बाहर निकल पायेंगे !
अपना और अपने परिवार को सभी खतरों से सुरक्षित रखे ! यह हमारी कर्तव्य भी है और जिम्मेदारीं भी !
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