Insurance Regulatory and Development Authority of India – IRDAI Full Form

IRDAI Full Form (भारतीय बिमा विनियामक और विकास प्राधिकरण)

भारत विश्व का दूसरा बहुसंख्यक आबादी वाला देश है। सरकार की हमेशा से यही कोशिश रही है

की देश के हर नागरिक का बिमा हो और यह सिलसिला आज भी जारी है। शुरवाती दौर पर ऐसा

कोई क़ानूनी प्रावधान नही था जिससे जनता को विश्वास में लेकर उन्हें बीमा का लाभ पहुचाया जा

सके। कोई बार ऐसी घटना भी हुई जिससे बीमाधारकों को बीमा कंपनी द्वारा कोई लाभ नही मिला।

लेकिन धीरे धीरे हालात बदले और बीमा को लेकर प्रभावी कानून अस्तिव में आने से अब बीमा का

महत्व बढ़ गया है। आज देश में कोई सारे बीमा कंपनियां है जो सही दिशा में लोगों को बीमा का

लाभ पंहुचा रहा है।

IRDAI क्या है और इसकी स्थापना कब हुई?

सभी बैंको का कार्यप्रणाली भारतीय रिज़र्व बैंक की देखरेख में होता है

और स्टॉक एक्सचेंज (शेयर मार्केट) का नियंत्रण SEBI द्वारा होता है।

ठीक इसी तरह, भारत में जितने भी बिमा कंपनिया है उनका संचालन

भारतीय बिमा विनियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा होता है

जिसे IRDAI यानि IRDAI Full Form Insurance Regulatory and Development

Authority of India कहते है। यह भारत सरकार द्वारा एक स्वायत्ता प्राप्त

निकाय है जो बीमाधारकों की हितों की रक्षा करता है। Malhotra Committee

के सिफारिश पर और Insurance Regulatory and Development

Authority Act 1999 के तहत IRDAI की स्थापना 19 अप्रैल 2000

को हुआ था। इसका मुख्यालय हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित है।

IRDAI की स्थापना किस उद्देश्य से किया गया?

भारत में जितने भी बिमा कंपनियां है, उन्हें IRDAI के दिशा निर्देशों के अनुसार

ही अपने कार्य को अंजाम देना पड़ता हैं। बिमा कंपनियां को IRDAI से लाइसेंस

प्राप्त होने पर ही वे किसी भी व्यक्ति को बिमा पालिसी बेच सकता है या बीमा

करवा सकता है। IRDAI की स्थापना की उद्देश्य का निम्लिखित विवरण इस तरह से है-

  1. भारत में बीमा कंपनियों को विनियमित करके जन-जन तक बिमा का लाभ पहचाना।
  2. बीमा को बढ़ावा देना और बीमाधारकों की अधिकारों और हितों की रक्षा करना।
  3. बीमाधारकों की बीमा से जुड़ी समस्याएं और दावों को तेजी से पारदर्शी रूप से निपटारा करना।

कंपनी द्वारा नियुक्त बीमा एजेंटों के माध्यम से हम सभी पालिसी खरीदते है।

कंपनी को IRDAI से लाइसेंस प्राप्त होने पर ही बीमा पालिसी को बेचने का

अधिकार प्राप्त होता है। अत: किसी भी बीमा कंपनी में निवेश करने से पहले

उनकी पृष्ठभूमि को जानने की जरूरत है ताकि  निवेश करने हम लाभकारी

बने। IRDAI Website पर लॉगऑन करें, बीमा और बिमा कंपनियों की

सम्पूर्ण जानकारी लेकर और फिर बीमा में निवेश कर अपने जीवन को खुशहाल बनाये।

Irdai Full Form in English – English

India is the second largest populous country in the world. It has always been the endeavor of the government to ensure that every citizen of the country has Insurance Policy and this trend continues even today. Before the year 2000, there was no such legal provision for benefitting the  Insurance Policy Holders in a transparent manner. As such, the insured person did not get benefit from the insurance company as per the expectation. But gradually the situation changed and with the implementation of effective law on Insurance related, the concept and importance of Insurance is now being understood by the citizens of the country. Today there are many Insurance companies in the country who are giving the benefits of Insurance to the people in the right direction.

What is IRDAI Full Form and when was it established?

The functioning of all banks is under the direct supervision of the Reserve Bank of India and the Stock Exchange (Share Market) is controlled by the Securities and Exchange Board of India (SEBI). Similarly, all Insurance Companies in India are governed by the Irdai full form  Insurance Regulatory and Development Authority of India (IRDAI). It is an autonomous body established by the Government of India. IRDAI protect the rights and interests of the Insured Persons. Under the Insurance Regulatory and Development Authority Act 1999 and on recommendation of the Malhotra Committee , IRDA was established on 19 April 2000. Its headquarters is located in Hyderabad, Telangana.

What was the purpose of establishment of IRDAI?

All insurance companies in India have to carry out their

work as per IRDAI guidelines. Insurance companies can

sell Insurance Policies to any person only after obtaining

a license from IRDAI. The purposes of establishing IRDAI are as follows:

  1. To regulate Insurance Companies in India and to give proper benefits of Insurance to the people.
  2. Promotion of Insurance, Insurance Policies and to protect the rights and interests of the Insured Person.
  3. Fast and timely Disposal of Insurance related problems and Claims of the insured person transparently.

 

We buy Insurance Policies through Insurance Agents appointed by the company. The company gets the right to sell the insurance policy only after obtaining a license from IRDAI. Therefore, before investment in any Insurance Company, one needs to know their background so that we can be profitable later on. For detailed information on Insurance Policies and Insurance companies, log on to the IRDAI Website, collect complete information and make life profitable and happy through investment in Insurance Sectors.

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