Moral Education Importance in life |जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्त्व Hindi English
इस संसार में हम सभी मेहमान है। यहाँ मनुष्य के अच्छे कर्म ही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती हैं क्यूंकि इंसान के मृत्यु के बाद भी इस धरती अथवा मृत्युलोक पर उनके द्वारा किये गए अच्छे कर्मों के कारण ही उन्हें युगों युगों तक याद रखा जाता हैं और स्मरण तथा सम्मान हेतु उनके जन्मतिथि को एक पर्व के रूप में मनाया जाता हैं। इतिहास गवाह हैं की अति प्राचीनकाल से लेकर आज तक अनेकों महापुरुषों ने इस धरती पर जन्म लिया और मानव कल्याण और सभ्यता को विकास की नई शिखर तक पहुचाने में अपना अहम योगदान दिया और यह सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी हैं।
ऐसे महापुरष आज की दौर में हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। लेकिन यह भी एक कड़वा सच हैं की आज की इस भागादौर भरी जिन्दगी में कही न कहीं हम इन महापुरुषों की अहम योगदानों को भूलते जा रहें हैं और इसका बुरा असर हमारे आने वाले पीढ़ी पर देखा जा रहा हैं जो की एक गंभीर चिंता का विषय हैं। पुरे विश्व में आज के परिस्थिति में जितने भी नई-नई समस्याएँ उत्पन्न हो रहे हैं उनका मुख्य कारण महापुरुषों का वलिदान और उनके अहम योदादानों को धीरे-धीरे भूलते जाना हैं।
चाहे मुद्दा आतंकवाद का हो, चाहे समाज से जुड़ी समस्या हो, भ्रस्टाचार, लगातार बड़ते बलात्कार की घटनाएं हो, गरीबी, पनप रहें नफरत की भावनाएं इत्यादि, इन सबका मुख्य कारण नैतिक शिक्षा से वंचित रहना ही हैं। इसमें कोई दो राय नही हैं की वर्तमान शिक्षा प्रणाली में सभी तरह के विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की अच्छी पहल हुई हैं लेकिन नैतिक शिक्षा जैसे विषयों को प्रभावी ढंग से लागु करना एक चुनौती भरा कार्य हैं। सरकार के अथक प्रयास से समाज का हर वर्ग शिक्षित तो हो रहा हैं लेकिन जो समस्या पहले से ही हैं और जो नए नए समस्या पनप रहें हैं उनका एक मात्र कारण नैतिक शिक्षा का अभाव ही हैं।
ऐसा नही हैं की समस्या का निदान हो पाना नामुमकिन हैं। जहाँ चाह वही राह – अब हम शिक्षित समाज में रहते हैं, परिवार के लोग भी शिक्षित और सक्षम भी हैं। इसिलए नैतिक शिक्षा का पाठ हम अपने बच्चों को प्रभावी ढंग से दे ही सकते हैं जिससे आने वाले पीढ़ी में सकारात्मक सोच बना रहें। एक इमानदार पहल और सकारात्मक सोच ही हमारे बीच पनप रहें सभी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता हैं और मानव जाती की संस्कृति और परंपरा को बरकरार रख सकता हैं।
Importance of Moral Education in life
Moral Education Importance in life |जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्त्व Hindi English
We are all guests in this world. The good deeds of Human Beings are considered to be his/her greatest achievement because even after death of an Individual, the good deeds done by him/her on this earth are always remembered for ages and as a mark towards remembrance and respect, the anniversary of such great persons are celebrated as a festival. History reveal us that from the very ancient times to till date, many great persons have been born on this beautiful planet earth and have contributed significantly in bringing human welfare and civilization to the new peak of development, and this trend continues even today.
Such great people are a source of inspiration for us in today’s era. But it is also a bitter truth that somewhere in our busy life, we are forgetting the significant contributions of these great men and as a result its bad effects are being seen gradually on our future generation, which is a matter of serious concern. All the new problems are arising in the present world because we gradually forget or ignore the sacrifice and contribution of the great men.
The common problems of today’s world are terrorism, social issue, corruption, rapid and continuous increase in rape incidents, poverty, feelings of hatred, etc. There is no doubt that in the current education system, it has been a good initiative to include all types of subjects in the syllabus, but the effective implementation of subjects like Moral Education or Moral Science is a challenging task.
Due to the untiring efforts of the government, every section of the society is getting educated, but the unsolved existing problems and the rise of new problems which are flourishing is due to the lack of Moral Education. Every problem has a solution and there is nothing impossible to solve issues. We are now living in an educated society where family members are also well educated and capable too, to teach the lesson of Moral Education by ourselves to their children effectively.
This will definitely develop positive thinking among all and will be benefitted to future generations too. Only a sincere initiative and positive thinking can get rid of all the problems that are flourishing among us and keep the culture and tradition of human race intact.
Mystery of Universe in Hindi-Englishरहस्मय ब्रह्मांड (क्या हम ब्रह्मांड में अकेले हैं?)
3 thoughts on “जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्त्व (हमारा अस्तिव उम्र के हिसाब से नही अपितु कर्मों के हिसाब से हैं)”