Mystery of Universe in Hindi – English हमारा ब्रम्हांड अनगिनत, अनसुलझे रहस्य से भरा पड़ा है। अगर हम ब्रम्हांड की अस्तित्व की बात करे तो यही कहना उचित होगा की इनका अस्तिव समय काल के बंधन से मुक्त हैं। इनका फैलाव अनादी काल से लेकर, अनंत काल तक बरकरार हैं जिसमे भुत, वर्तमान और भविष्य शामिल हैं। ब्रम्हांड के जिस हिस्से में इंसानी सभ्यता की झलक दिखाई दे रहा हैं उस हिस्से को हम पृथ्वी नामक गृह के नाम से जानते हैं।
इसलिए हम इंसानों को पृथ्वी के वासी कहते है और इसको मृत्युलोक के नाम से भी जाना जाता हैं क्यूंकि इस पृथ्वीलोक पर जिनका भी जन्म हुआ हैं उनका मृत्यु एक अटल सत्य हैं अर्थात मनुष्य नश्वर है और यही नियम पृथ्वी पर जन्मे सैंकड़ो जिव-जन्तु पर भी लागू हैं। इंसान इस धरती पर खाली हाथ ही आए हैं और उनको खाली हाथ ही जाना हैं।
लेकिन मामला सिर्फ यहाँ तक सिमित नही है, ब्रम्हांड के बाकी हिस्सों में भी जीवन की सम्भावना और वहाँ की सभ्यता और संस्कृति से भी इंकार नही किया जा सकता। ऐसा होना भी बिलकुल सम्भव है की ब्रम्हांड के अन्य दूर दराज वाले हिस्से जहाँ हम इंसान सशरीर कभी न पहुँच पाए, वहाँ पृथ्वी से भी कोई गुना ज्यादा विकसित सभ्यता हो।
ऐसा भी हो सकता हैं की कोई सारे सभ्यता पनपकर लुप्त हो गये। अगर ऐसा है तो इसमें भी कोई दो राय नही की नये नये सभ्यता और संस्कृति पनप रहा हो। मामला जो भी हो, सवाल यह है की क्या हम ब्रम्हांड में अकेले हैं? और इस सवाल का जवाब क्या वैज्ञानिक अध्यन के जरिये मिल पाना संभव है? कोई सारे होलीवूद और बोलीवूद के फिल्मों के जरिये हम यह जानते और समझते भी है की दुसरे ग्रहों के प्राणियों को एलियन नाम से संबोधित किया गया हैं।
लेकिन वैज्ञानिक आधार पर एलियन की वजूद की सत्यता अभी भी ठोस प्रमाण के साथ साबित नही हुआ हैं। हालांकि समय समय पर एलियन के दर्शन के दावे पृथ्वी पर ही कोई बार उजागर हुआ हैं लेकिन वास्तविकता अभी भी हमसे कोसों दूर हैं। ब्रम्हांड में हम अकेले है यां नही यह चर्चा और तर्क संगत बहस का विषय बना हुआ है लेकिन ब्रह्मांड में जो भी खोगालीय घटना घट रहा है उससे कोई सारे सवाल हम इंसानों को सोचने पर मजबूर कर देता है की कोई तो तीसरी शक्ति हैं जिसपर पूरा सृष्टि की संचालन का भार हैं और इस भार को अपने उपर संतुलित अवस्था में नियंत्रण कर रहा हैं।
Mystery of Universe in Hindi-English रहस्मय ब्रह्मांड क्या हम ब्रह्मांड में अकेले है हमारे अलावा और कौन कौन इस ब्रहममंड है ?
हमारा पृथ्वी गृह जिस गैलेक्सी पर विराजमान है इसका नाम आकाशगंगा अथवा Milkyway है और इसी गैलेक्सी पर हमारे गृह के Solar System में आठ विशालकाय ग्रहों का जिक्र है जो नियमित रूप से सूर्य की परिक्रमा करता रहता है। विज्ञानं की तथ्यों के आधार पर हम गुरुत्वाकर्षण शक्ति से भी परिचित हैं।
सूर्य की परिक्रमा करने वाले आठों ग्रहों एक दुसरे से गुरुत्वाकर्षण शक्ति से बंधे हुए हैं। सवाल यह उठता हैं की इतनी संतुलित अवस्था में एक ही तय पथ पर, सभी ग्रहों का सूर्य की परिक्रमा कैसे संभव हो रहा हैं। असंतुलित स्थति के पैदा होने से सभी ग्रहों की अस्तिव पर खतरा हो सकता हैं और पृथ्वी सहित पृथ्वी पर रह रहे सभी जीवित प्राणियों की जीवन लीला पूरी तरह एक झटके समाप्त भी हो सकता हैं। लेकिन आश्चर्य की बात यह हैं की हम सभी सुरुक्षित हैं। तो क्या हम किसी तीसरे शक्ति द्वारा सुरक्षा मुहैय्या कराया जा रहा हैं जिससे हमे अक्सर यह आभास होते रहता हैं की ब्रम्हांड में हम अकेले नही हैं।
Mystery of Universe in Hindi-English रहस्मय ब्रह्मांड कहाँ तक फैला हुआ है?
जन्म से पहले हम कहा थे और मृत्यु के बाद हम कहा होंगे, यह सवाल भी हमे सोचने पर मजबूर कर देता हैं की हमें इस पृथ्वी पर किसने भेजा और किस मकसद से भेजा? विज्ञान की तथ्यों के अनुसार उर्जा का न तो जन्म होता हैं और न विनाश। पूरा ब्रम्हांड में उर्जा व्याप्त हैं। हमारा मानव शारीर यां किसी भी जीवित प्राणी के शरीर में हरकत, उनके अंदर की उर्जा के कारण ही होता है। जब यह उर्जा शारीर से बाहर निकल जाता हैं तो प्राणी को मृत घोषित कर दिया जाता हैं।
सवाल यह उठता है की मानव अपनी कौशल से इसी उर्जा को फिर से मृत प्राणी के अंदर डालकर क्यों जीवित नही कर पाता? इस सवाल का जवाब न पाकर हम मानवों को फिर से सोचने पर मजबूर कर देता हैं की इस ब्रम्हांड में हम बिलकुल अकेले नही हैं बल्कि कोई ऐसा तीसरी शक्ति जरुर हैं जो पूरी सृस्ती के उर्जा को अपने अंदर संजोंकर रखा हैं और उसी के इच्छानुसार उर्जा बाहर निकलकर सृस्ती के कल्याणकारी कार्यों में इस्तेमाल होता हैं। कही न कही फिर से हम सोचने पर मजबूर हैं कि ब्रह्मांड में हम अकेले नही हैं।
Mystery universe (Are we alone in the universe?)
Our universe is filled with countless unsolved mysteries. If we talk about the existence of the universe, then it would be fair to say that their existence is free from the bondage of time. Their spread is intact from time immemorial to eternity, which includes past, present and future. Our planet earth is a very small part of the universe in which the glimpse of human civilization is visible. That is why we call Humans as residents of the earth where man and other living beings are mortal.
Mystery of Universe in Hindi-English रहस्मय ब्रह्मांड क्या हम ब्रह्मांड में अकेले?
Neither we bring anything on this earth by ourselves nor can we take away anything from this planet earth. But this is not the end of the story. The possibility of life in the rest of the universe and the civilization and culture there also cannot be ruled out. It is also possible that in other far-flung parts of the universe where we, the human being could never reach through our body, there should be a more developed civilization than the earth.The mystery of Universe in Hindi-English रहस्मय ब्रह्मांड क्या हम ब्रह्मांड में अकेले?
It may also happen that some civilizations thrive and disappear. If this is the case, then there is no doubt to say that civilization and culture is also flourishing. Whatever the case, the question is, are we alone in the universe? And is it possible to find the answer to this question through scientific approach? Through many Hollywood and Bollywood Movies, we also know and understand that living creatures from other planets have been addressed as Aliens.
But on scientific grounds, the truth of the existence of the Alien is still not proved with concrete evidence. Although the claims of Alien’s philosophy have been exposed from time to time on earth, but the actual reality is still far away from us. In this universe, we are alone or not, it remains a subject of discussion and argumentative debate, but the continuous occurrence of astronomical event in the universe compel us to think that there is an existence of some spiritual third power who is operating and controlling the entire load of it in a balanced way.
The name of our galaxy is Milky Way and on this galaxy, there is a description of eight giant planets including earth in our Solar System which regularly revolves around the Sun. We are also familiar with the gravitational force based on the facts of science.
The eight planets orbiting the Sun are tied to each other by the force of gravity. The question arises as to how all the planets orbiting the Sun are possible through the same fixed path in such a balanced state. If any imbalanced happened, there can be a threat to the existence of all the planets and the life of all living beings including the earth result in complete destruction. But the surprising fact is that we are all safe. So, are we being provided security by some third power and often leads us to feel that we are not alone in the universe.
Existence of life before birth and after death raised a question that who sent us to this earth and for what purpose? According to the facts of science, energy can neither be created nor be destroyed. The total energy of the universe remains constant.
Any movement in the body of any living creature on this Earth is due to the presence of energy in it. When this energy comes out of the body, the living creature is declared dead. The question arise in the sense that why this energy can’t be put in the dead body through scientific skill in order to make it alive.
As no solid answer is being provided from any source, we the humans beings compel to think that in this universe we are not alone at all, but there is definitely a third power that has kept the energy of the entire creation in itself and the energy comes out of its own will is being used in the welfare works of universe. Nowhere, are we forced to think that we are not alone in the universe.
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