Agriculture – Organic Farming in India

Agriculture – Organic Farming in India (परंपरागत कृषि विकास योजना)

What is organic farming in Hindi?

Agriculture शब्द का इस्तेमाल हम आये दिन करते रहते है जिसका मतलब कृषि

या खेती करना होता हैं। गांव में रहने वाले लोग Agriculture को काफी समीप से

देखते है और शहरी लोग इसे जरूर महसूस करते होंगे। घरों पर तरह-तरह के जो

भी पकवान बनते हैं या जिस सब्जी का सेवन हम खाने में करते है वह सब

Agriculture की देन है। Agriculture से जुड़ा एक और शब्द है जिसे

Organic Agriculture  कहते हैं। प्रकृति, मनुष्य और जानवरों को नुकसान

पहुंचाए बगैर जिस पद्धति से खेती किया जाता है उसे Organic Agriculture

या Organic Farming कहते हैं।

Inrganic Agriculture और इनसे होने वाले नुक्सान

अधिक पैदावार के लालच में खेतों पर अधिक मात्रा में रासायनिक उर्वरकों और

कीटनाशकों का इस्तेमाल होता हैं और खेती की इसी पद्धति को Inorganic

Agriculture कहते है। इससे पैदावार की मात्रा तो बढ़ जाती है लेकिन फसल

की गुणवत्ता न केवल कम हो जाती है बल्कि मिट्टी की उर्वरता शक्ति क्षीण होने के

साथ साथ हमारे eco-system पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

Organic Agriculture के फायदे

Organic Agriculture, Inorganic Agriculture का उल्टा होता है,

जहां रासायनिक खाद व कीटनाशक दवाओं का उपयोग नहीं होता है।

इसमें गाय के गोबर, मूत्र, composed खाद, जैविक खाद, वर्मी खाद

तथा हरी खाद का इस्तेमाल होता है। इन सब का प्रकृति पर कोई बुरा प्रभाव

नहीं होता है और यह eco-friendly होता है। इसमें पैदावार की गुणवत्ता में

भी अधिक सुधार होता है और इससे तैयार होने वाले Organic Food

हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। आज पूरी दुनिया

Organic Agriculture को बढ़ावा दे रहा है। लोग फिर से

Inorganic Agriculture को छोड़कर Organic Agriculture

को अपना रहे हैं और वर्तमान पीढ़ी को भविष्य में रासायनिक

उर्वरकों से होने वाले दुष्प्रभाव से बचा रही है।

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Organic Farming in india, Organic Agriculture के पद्धति से जो Organic Food से तैयार होते हैं उसमें किसी भी प्रकार के हानिकारक रासायनिक तत्व नहीं होते हैं। यह इंसान की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। Organic Agriculture से किसानों को आर्थिक स्तर पर काफी फायदा होता है क्यूंकि Organic Food दोगुने दाम पर बेचे जाते है। Organic खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी की खाद शक्ति में वृद्धि होती है जिससे पैदावार में इजाफा होता है। Organic Farming में सिंचाई के लिए अधिक जल की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिसे भूमिगत जल स्तर में इजाफा होता है। खाद के लिए Composed खाद, वर्मी खाद का उपयोग किया जाता है। Composed खाद में कचरे का उपयोग किया जाता है जिससे होने वाले रोगों में कमी होती है। रासायनिक खाद का उपयोग नाम मात्र होने से लागत में कमी आती है जिससे किसानों के जेब पर कम बोझ पड़ता है।

Inrganic Agriculture का इतिहास

आजादी के बाद भारतीय कृषि कुछ खास अच्छी अवस्था में नहीं था। भारत के अनाज भंडारण में कमी हो गई थी और 60 के दशक में तो हालत ऐसी थी कि कुछ बाहरी मुल्कों से अनाज आयात किए गए थे। परंपरागत तरीके से खेती करने से ज्यादा पैदावार की प्राप्ति नहीं हो पा रही थी। इस विकट संकट से बचने के लिए भारत में हरित क्रांति (Green Revolution) लाई गई। हरित क्रांति के आने से भारतीय कृषि का कायापलट हो गया था और खेती में नए-नए मशीनी तंत्र, संसाधन का प्रयोग होने लगे थे।

Organic Farming in India – इसी के साथ खेतों में ज्यादा पैदावार के लिए भी कई तरह के कत्रिम खाद (Artificia Fertilizer) प्रयोग किए जाने लगे। हरित क्रांति का भारतीय कृषि पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा। गेहूं और चावल के उत्पादन में दोगुना इजाफा हुआ और भारत बहुत जल्द अनाज की समस्या से बाहर निकल गया और हरित क्रांति की बदौलत भारत अनाज के मामले में स्वाबलंबी बन गया।

कहते है जो चीज हमारे लिए कभी वरदान होती है, वही अभिशाप भी बन जाती है। ऐसा ही हुआ कुछ हरित क्रांति के बाद। रासायनिक उर्वरकों के बेतहाशा इस्तेमाल से धरती विषाक्त होने लगी। अधिक सिंचाई की वजह से कई जगह पर भूमिगत जल स्तर काफी नीचे चला गया। Inorganic Agriculture से जो पौधों के डंठल (Stalk) होते हैं उनका इस्तेमाल किसान चारों के रूप में करने लगे जिससे पशुओं की सेहत पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ा। कीटनाशक के छिड़काव से जो फायदेमंद कीट थे वह भी लुप्त होने लगे। इससे eco-system बुरी तरह प्रभावित हुआ। इन सब की वजह से ही Organic Agriculture पर जोर दिया जाने लगा और आज स्थिति यह है कि पूरी दुनिया Organic Agriculture की ओर अग्रसर हो रही है।

Organic Agriculture का इतिहास

खेती करने के जितने भी पारंपरिक तरीके होते हैं, सब Organic ही होते थे क्योंकि प्राचीन काल में लोगों के पास खेती का कोई इन Inorganic तरीका नहीं होता था। Organic Agriculture का इतिहास एक तरह से वास्तविक Agriculture का ही इतिहास है। हालांकि कुछ अंतराल के लिए Inorganic Agriculture का दौर आ गया था लेकिन अब फिर से विश्व भर की सरकारे Organic Agriculture को बढ़ावा दे रही है। कई सारे गैर सरकारी संगठन (NGO) भी इस क्षेत्र में कार्यरत है जो किसानों को प्रशिक्षित करते हैं। Organic Agriculture को लेकर किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाई जा रही है।

आज पूरे विश्व में Organic Agriculture की सकारात्मक लहर दौड़ रही है और कई सारे देश इस दौर में काफी ज्यादा आगे है। Research Institute of Organic Agriculture के 2018 की रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, चाइना और यूनाइटेड स्टेट के पास सबसे ज्यादा Organic Land है। भारत पर भी Organic Agriculture में सहयोग करने के लिए भारत सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना की शुरुआत की है जिसका उद्देश्य किसानों को शामिल करते हुए Organic Product के घरेलु उत्पादन में तेजी लाना है। इसके साथ-साथ एशिया, यूरोप, अफ्रीका आदि के महादेशों में भी Organic Agriculture पर काफी जोर दिया जा रहा है।

Organic Agriculture के तहत आजकल घरों में ही सब्जियां और बाकी सारी चीजें उगानी शुरू कर दी है। घर का स्वस्थ खाना एक तरीके से छोटे रूप में Organic Agriculture को अपनाना ही होता है।

 

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