Power of Attorney

Power of Attorney (Principal–Agent/Executant–Attorney/Guarantor-Grantee)

Power of Attorney in Hindi

बहुत सारे कारोबार ऐसे होते है जो दूर दराज इलाकों तक फैला हुआ होता है

और ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है जब एक अकेला व्यक्ति मालिक के रूप

में महत्वपूर्ण फैसला या उनसे जुड़े दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नही कर पाता हैं।

इसके कोई सारे कारण हो सकते हैं। स्वास्थ का ठीक न रहना, सफर में पाबंदी,

किसी अन्य कारोबार में ब्यस्त रहना, अधिक उम्र होने पर फैसला न ले पाना

आदि जैसे कोई सारे कारण हो सकते है। ऐसे में क़ानूनी प्रावधानों के तहत

किसी अन्य विश्वसनीय व्यक्ति को विशेष अधिकार देकर एक अकेला व्यक्ति

कोई जगहों पर अपना कारोबार करता हैं। क़ानूनी प्रावधानों से प्राप्त इस विशेष

अधिकार को पावर ऑफ अटर्नी कहते हैं।

Power of Attorney किसी विश्वसनीय व्यक्ति को निम्नलिखित मकसद से दिया जाता है-

  1. रूपये पैसों का प्रबंधन करना
  2. संपति और जयदाद से जुड़ी मामलों का निपटारा करना
  3. निजी या व्यक्तिगत देखभाल

Power of Attorney Act 1882

के तहत ऐसे व्यक्ति जिनको मालिकाना हक प्राप्त हैं वे किसी दूसरी शख्स को अपना

क़ानूनी प्रतिनिधि घोषित कर सकता  है। जो शख्स क़ानूनी प्रतिनिधि के रूप में घोषित

होता हैं उसे AGENT या ATTORNEY या GUARANTEE कहते हैं और जो

व्यक्ति/मालिक दुसरे शख्स को क़ानूनी प्रतिनिधि घोषित करता हैं उसे

PRINCIPAL, EXECUTANT या GUARANTOR कहते है।

पावर ऑफ अटर्नी को Stamp Paper पर तैयार किया जाता हैं और फिर इसे PRINCIPAL अपने जरुरत के मुताबिक Notary या सरकारी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा क़ानूनी वैधता प्राप्त कर सकता हैं। इसके पश्चात Agent अपनी Power of Attorney के तहत कोई भी अहम फैसला ले सकता हैं। लेकिन इसका मतलब यह कतई नही है की Agent अपना पावर ऑफ अटर्नी का इस्तेमाल कर मनमानी ढंग से फैसला लेकर Principal को नुक्सान पहुचाएं।

Agent अपनी पावर ऑफ अटर्नी के दायरे में रहकर की काम कर सकता हैं और इन दायरों का उल्लेख पावर ऑफ अटर्नी पर Clause के रूप में साफ साफ लिखा हुआ होता हैं।

  • Power of Attorney कितने प्रकार के होते हैं?

  • कारोबार के उद्देश्य को पूरा करने के लिए पावर ऑफ अटर्नी को दो श्रेणियों में बाटां गया हैं-
  • Special Power of Attorney (GPA)
  • General Power of Attorney (SPA)

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किसी विशेष कार्य को पूरा करने के लिए जो Power of Attorney, Agent को दिया जाता है उसे Special पावर ऑफ अटर्नी कहते है। इसमें Agent को दिए गये अधिकारों की दायरा सिमित होता हैं।

जिस Power of Attorney के तहत Agent को कोई सारे मामलों में खुद से अहम फैसला लेने का अधिकारों प्राप्त होता है उसे General पावर ऑफ अटर्नी कहते है। जायदाद की खरीद बिक्री, अनुबंध से जुड़ी कार्य, बैंक खातों की देखरेख और संचालन आदि जैसे कार्य को General Power of Attorney के द्वारा अंजाम दिया जा सकता हैं।

Power of Attorney किस परिस्थिति में रद्द हो जाता हैं?

General Power of Attorney (GPA) में प्राप्त अधिकारों का दायरा Special पावर ऑफ अटर्नी (SPA) से ज्यादा होता है। लेकिन दोनों को ही परिस्थिति के अनुसार रद्द किया जा सकता है या उसकी क़ानूनी वैधता को समाप्त किया जा सकता हैं।

  1. Principal या agent, दोनों में से किसी एक के मृत्यु के बाद पावर ऑफ अटर्नी वैध नही रहता और यह रद्द हो जाता है।
  2. अगर किसी दुर्घटना के कारण Principal अक्षम होने या दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने में सक्षम नही रहता तो पहले की गई पावर ऑफ अटर्नी वैध नही रहता और यह रद्द हो जाता है।
  3. Principal और Agent की आपसी सहमती या Cancellation Deed के जरिये भी पावर ऑफ अटर्नी को रद्द कर सकता है।

Durable Power of Attorney

उसे कहते हैं जिसपर साफ साफ उल्लेख रहता है की Principal के अक्षम हो जाने पर भी पावर ऑफ अटर्नीजारी रहेगी। लेकिन Principal के मृत्यु के पश्चात Durable पावर ऑफ अटर्नी भी वैध नही रहता और यह रद्द हो जाता है।

Power of Attorney की खामीया

पावर ऑफ अटर्नी की एक ही खामी हैं। पावर ऑफ अटर्नीके तहत प्राप्त अधिकारों का Agent द्वारा गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। हालाँकि Principal अपनी सुझबुझ से अधिकारों के गलत इस्तेमाल को रोक सकता हैं। Stamp Paper पर पावर ऑफ अटर्नी के संदर्भ में जितने भी अधिकारों को Agent को देने का विवरण Clauses के रूप में उल्लेख होगा, उसे कोई बार सही दिशा में, सही रूप से विश्लेषण करे। किसी परम विश्वसनीय शख्स को ही पावर ऑफ अटर्नी के तहत अधिकार देना चाहिए और मजबूत और विश्वसनीय गवाह भी अपने पक्ष में रखकर पावर ऑफ अटर्नी वाली दस्तावेजों पर क़ानूनी मुहर लगवाए।

Power of Attorney –  English

Judicial Stamp Paper and Non-Judicial Stamp Paper)

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